This photo is clicked near a transformer of Behat , Saharanpur while I am passing through. Spider is only specie which you can found above than Aeroplane.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने नए और अनोखे विचारो को सरकार में समम्लित करने के लिए हमेशा से चर्चा के केंद्र में रहते है | नयी सरकार बनने के काफी दिनों के बाद उनके ट्विटर अकाउंट से कोई नया सन्देश देशवासियों के लिए नही आया था | लोग उनके क्रिएटिव दिमाग पर सवाल उठाने लगे थे| लेकिन उनके ट्वीट ने उनके विरोधियो के दिमाग में जैसे लोहे का ब्रश फेर कर नए डिजाईन बना दिए है | प्रधानमन्त्री १५ अगस्त पर कुछ नया करना चाहते है जिस के लिए उन्होंने पुरे देश से सलाह भेजने को कहा है | प्रधानमन्त्री को बस इस तरह के ट्वीट करने की देर थी कि निकम्मों के रूप में कुख्यात हो चुके बैंक कर्मचारियों ने नरेन्द्र मोदी से और नयी योजनायें बैंक के माध्यम से लागू करने की अपील कर डाली | बैंक कर्मचारियो का कहना है सरकार ने पिछली सरकार में जो कुछ बैंक कर्मचारियों से कराया है उससे उन्हें पुरे दिन रात बैंक में बैठे रहने की आदत हो गयी है घर जाने पर उलटी और जी मिचलाने लगता है | लेकिन पिछले एक दो साल में बैंक कर्मचारियों के लिए कोई नए काम की घोषणा नहीं हुई है जिसके लिए बैंकिंग जगत की दुनिया भर की यूनियनों ने...
भारत-पाकिस्तान को टीवी के आईने से देखे तो वो कुत्ते बिल्ली जैसे है | हम ज्यादातर दोनों मुल्को को केवल टीवी के जरिये ही देखते और समझते है | हाल ही के दिनों में जो टीवी पर बवाल कटा है , वो केवल एक बानगी भर है | किस्मत और तकनीक का कमाल ही कहा जा सकता है कि कुछ घंटो के अन्दर ही भारत का एक वीर सैनिक सकुशल अपने घर आ गया है |सरकार को मैं कभी किसी भी तरह का क्रेडिट नहीं देता ,क्यूंकि अपने नागरिको के लिए एक ईमानदार कोशिश करना उसका फ़र्ज़ है,यदि क्रेडिट की बात होगी तो लोग उसे खुद देंगे | विंग कमांडर अभिनन्दन की रिहाई और उनके जीवन को एक नया सवेरा दिखाने में सोशल मीडिया का बड़ा रोल है | भारत ने काफी देर में ये माना की उनका कमांडर उनके कब्जे में है | जबकि पाकिस्तान उनकी विडियो भी जारी कर चूका था | ये एक विडियो उनके लिए संजीविनी से कम नहीं है | जिसके जरिये भारत को पता चला कि उनका कमांडर कहाँ है और कैसा है ? नहीं तो भारत के लिए पता लगाना सालो का खेल हो जाता कि सर अभिनन्दन कहाँ और कैसे है ? लोगो ने सरकार के इस कदम को सराहा , और पिछले हालातो और सरकार के रवियो को जमकर कोसा , कुछ ने पाईलेट कालिया , औ...
वो कुछ न कहती बस अपने में रहती कहती है मुझको क्यों? देखते हो एकटक होकर क्यों ? नहीं रहते अपने में खोकर सुनकर उसकी बातों को एक हँसी निकल पड़ती देखकर मेरे हाव भाव चढ़ जातें है उसके ताँव तपाक से बोलने की आदत ने मुझे हर जगह मरवा दिया जब वक्त आया उससे बोलने का एक प्रश्नचिन्ह लगा दिया रात्रि का तीसरा पहर जिंदगी में फिर बदकिस्मती का कहर कभी खुद सोच ना पाते कभी अपने को बता न पाते बड़ी हिम्मत से ये दिन लाये हम जब सामने खड़ी थी वो जज्बातों को रोक ना पायें हम धड़कने कुछ इस तरह से बढ़ गयी क्या बोलना चाह रहे थे ? ओर क्या बोल गए हम ? कुछ वो सुनती रही कुछ मैं भी उसकी सुनता रहा वो चंद पलो का समय यूँ ही खींचता रहा ना जाने क्यों जज़्बात मेरे होठों पर ना आते है दिल की धड़कने एक थक्का छोड़ जाती है सोचते थे कौतुहल बंद हो जायेगा उससे बात करते-२ वो दे गई ऐसा गम आज तक भर नहीं पाया ओर रोते -२ थक गए हम !!
Comments
Post a Comment